Monday, December 16, 2019

नागरिकता संशोधन कानून 2019 का कड़ा विरोध

Monday: 16th December 2019 at 17:37 Kavita Vidrohi 
जनता की एकता को तोड़ने की साज़िश है यह:कामरेड फूल सिंह
जन संघर्ष मंच हरियाणा के बैनर तले कैथल में विशाल प्रदर्शन
कैथल: 16 दिसंबर 2019: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो):: 
आज जन संघर्ष मंच हरियाणा के नेतृत्व में सांप्रदायिक भेदभाव करने वाले और देश के धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर हमला करने वाले नागरिकता संशोधन कानून 2019 का कड़ा विरोध किया गया और इस कानून के विरोध में उठे जन आंदोलन को पुलिस व सुरक्षा बलों द्वारा लाठी, गोली, आंसू गैस आदि के बल पर कुचल रही मोदी सरकार की कड़ी भर्त्सना की गई ।विरोध स्वरूप स्थानीय जवाहर पार्क से शुरू होकर बाजार से होते हुए मिनी सचिवालय तक रोष प्रदर्शन किया गया और वहां पर मोदी सरकार तथा दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले दागकर दमन करने वाली दिल्ली पुलिस का पुतला दहन किया गया।
 प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए मंच के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड फूल सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने धर्म के आधार पर जनता की एकता को तोड़ने के लिए  नागरिकता संशोधन कानून पास किया है। एनआरसी के नाम पर मोदी सरकार मेहनतकश जनता में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का षड्यंत्र कर रही है और मोदी सरकार धर्म आधार पर नफरत पैदा करने वाले नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को पुलिस फौज के बल पर बंद करना चाहती है। उन्होंने दिल्ली में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी ,अलीगढ़ यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी तथा देश के विभिन्न हिस्सों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया तथा  दिल्ली में यूनिवर्सिटी परिसर में घुसकर छात्रों पर बर्बर लाठीचार्ज ,आंसू गैस के गोले छोड़ने की कड़ी निंदा की । उन्होंने कहा कि देश को आजाद करवाने के संघर्ष में जहां हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई सब मिलकर संघर्ष कर रहे थे तब भी आर एस एस और उसके  सहयोगी धर्म के नाम पर देश की जनता में नफरत घोलने में लगे हुए थे। आज भी दोबारा यह लोग 1947 जैसे हालात पैदा करना चाहते हैं। लेकिन अब उनका यह षड्यंत्र नहीं चलेगा ।उन्होंने सरकार से मांग की कि वह नागरिकता संशोधन कानून को तुरंत रद्द करे और जनता पर अत्याचार करना बंद करे, छात्रों पर लाठीचार्ज करने वाली दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्यवाही करे।
 मनरेगा मजदूर यूनियन के जिला प्रधान जोगिंदर सिंह ने कहा कि आज देश में बेरोजगारी चरम पर है महंगाई आसमान छू रही है, सरकार ने पूंजीपतियों के हित में श्रम कानूनों को बदलकर मजदूरों पर हमला बोल दिया है ।मनमर्जी से पूंजीपति लोग मजदूरों की छंटनी कर रहे हैं जिसके खिलाफ होंडा ,माइक्रोमैक्स, बी एस एन एल आदि के मजदूर लड़ रहे हैं। महिलाओं के ऊपर जघन्य अपराध बलात्कार- हत्याऐं बढ़ रही हैं जिनके खिलाफ देश में गुस्सा बढ़ रहा है इसीलिए मोदी सरकार मौजूदा पूंजीवादी व्यवस्था और अपनी सरकार को जनता के गुस्से से बचाने के लिए देश को धर्म के नाम पर लड़वाने के लिए लगी हुई है ।
मंच के जिला प्रधान कामरेड संसार चंद्र ने कहा कि मोदी सरकार हिटलर के रास्ते पर चली हुई है ।नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी के नाम पर जनता में भेदभाव और तानाशाही सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जन संघर्ष मंच हरियाणा तमाम मजदूर संगठनों, जनवादी व धर्मनिरपेक्ष ताकतों के साथ मिलकर मोदी सरकार द्वारा बनाए गए इस काले कानून के खिलाफ संघर्ष तेज करेगा ।
छात्र नेता एस.ओ.एस.डी. की संयोजिका कविता विद्रोही ने कहा कि देश आर्थिक संकट में फंसा हुआ है सरकार पूंजीपतियों को मंदी की मार से बचाने के लिए आर्थिक पैकेज देकर जनता के कंधों पर भार बढ़ा रही है। शिक्षा को महंगा किया जा रहा है। इसीलिए मोदी -अमित शाह अपनी सरकार को बचाने के लिए विभाजनकारी हिंदुत्व फासीवादी एजेंडे को आगे बढ़ाने में लगी हुई है ।छात्र समुदाय मोदी सरकार की तानाशाही का मुंहतोड़ जवाब देगा ।
प्रदर्शनकारियों को जन संघर्ष मंच हरियाणा की जिला सचिव कॉमरेड चंद्र रेखा, मंच के सचिव कॉमरेड सोमनाथ, निर्माणकार्य मजदूर मिस्त्री यूनियन के कॉमरेड सुनहरा सिंह ,मनरेगा मजदूर यूनियन के जिला सचिव कामरेड फकीरचंद ने मोदी सरकार और दिल्ली पुलिस की तानाशाही का कड़ा विरोध किया ।
आज की इस प्रेस विज्ञप्ति को जारी किया कामरेड सोमनाथ ने जो जन संघर्ष मंच हरियाणा के अध्यक्ष भी हैं। 

Friday, December 6, 2019

गीता एक महा ग्रंथ ही नहीं हमारी जीवन शैली भी

कहा हरियाणा की महिला एवं बाल विकास तथा अभिलेखागार राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने
चंडीगढ़6 दिसम्बर 2019: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा की महिला एवं बाल विकास तथा अभिलेखागार राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि गीता एक महा ग्रंथ ही नहीं हमारी जीवन शैली भी है। इसलिए, राज्य सरकार द्वारा युवा पीढ़ी को संस्कार व संस्कृति से जोडऩे के लिए कुरूक्षेत्र में अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव का भव्य आयोजन करने के अलावा जिला स्तर पर भी गीता जयंती महोत्सव आयोजित करवाए जा रहे हैं । 
श्रीमती कमलेश ढांडा आज कैथल में भाई उदय सिंह किला परिसर में आयोजित जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव में प्रदर्शनी का उद्घाटन व अवलोकन करने के उपरांत उपस्थित लोगों को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने इस अवसर पर हवन यज्ञ में आहुति डाली तथा समारोह के निर्विघ्न संचालन की कामना की।
राज्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय है कि भगवान श्रीकृष्ण ने कुरूक्षेत्र की पवित्र धरती पर गीता का अमर संदेश दिया। गीता के 18 अध्यायों व 700 श्लोकों में जीवन का सार मानवता के सामने प्रस्तुत किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा गीता के प्रचार-प्रसार तथा गीता के संदेश को घर-घर पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर भी गीता जयंती महोत्सव आयोजित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के प्रयासों से प्रदेश सरकार द्वारा श्रीमद् भगवद् गीता को वैश्विक मंच पर 2016 में शुरू किया गया, जिसका विस्तार अब मोरिशस और लंदन तक हो गया है।
उन्होंने लोगों का आह्वïान किया कि वे गीता के एक-एक शब्द में छुपे गूढ़ ज्ञान को समझे और उसे अपने जीवन में आत्मसात करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि गीता हमें  जीवन की हर कठिनाई और परेशानी में निपटने के लिए बल, मजबूती, हिम्मत और शक्ति देती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गीता के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए  गीता ज्ञान पर आधारित प्रदर्शनियों, निबन्ध लेखन, श्लोकोचारण और शोभा यात्रा जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
राज्य मंत्री ने गीता  महोत्सव के दौरान लगाई गई तीन दिवसीय प्रदर्शनी में गीता के अमर संदेश व सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित प्रदर्शित की गई प्रचार सामग्री का अवलोकन किया। उन्होंने श्रीकृष्ण कृपा समिति द्वारा प्रदर्शनी में लगाए गए प्रथम स्टाल पर दीप प्रज्ज्वलन, गीता आरती व पुष्प वर्षा में भी भाग लिया। इसके उपरांत श्रीमती कमलेश ढांडा ने प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टॉलों का बारी-बारी से अवलोकन किया तथा संबंधित विभाग के अधिकारियों से प्रदर्शनी के बारे में जानकारी भी हासिल की।
इस अवसर पर कैथल की उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने मुख्यातिथि श्रीमती कमलेश ढांडा तथा विशिष्टï अतिथि विधायक लीला राम को स्मृति चिह्नï व शॉल भेंट कर सम्मानित किया।

Tuesday, December 3, 2019

कुरुक्षेत्र एक आध्यत्मिक, धार्मिक और शिक्षा के केन्द्र है

राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने  दी गीता महोत्सव की बधाई
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विशेष आयोजन 
चंडीगढ़: 3 दिसंबर 2019: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कुरुक्षेत्र अंतर्राष्ट्रीय  गीता महोत्सव कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद भगवद सदन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय  विचार गोष्ठी में प्रदेशवासियों को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र एक आध्यत्मिक, धार्मिक और शिक्षा के केन्द्र है। इस महान भूमि की धूल को मानव अपने माथे पर लगाकर स्वयं का धन्य मानता है। कुरुक्षेत्र को भारत की प्राचीन संस्कृति का उदगम स्थल भी कहा जाता है। कुरुक्षेत्र ऋषियों मुनियों तथा देवताओं की तपोस्थली, कर्मभूमि और यज्ञभूमि के रूप में विश्वभर में विख्यात है।
उन्होंने कहा कि गंगाजल से तो केवल मुक्ति ही प्राप्त होती है लेकिन कुरुक्षेत्र के जल,थल और वायु तीनों ही मुक्ति के प्रदाता है। गीता एक ऐसा धार्मिक ग्रंथ है जो कर्मप्रधान पर आधारित है। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में वसुधैव कुटम्बकम का संदेश दिया। यह संदेश निष्काम कर्म का एक दर्शन है जोकि हर प्राणी और प्रत्येक समाज एवं राष्ट्र की उन्नित का आधार है। यहां तक की बाबा साहिब डा. भीमराव अम्बेडकर ने भी गीता के वसुधैव कुटम्बकम के उद्देश्य को आत्मसात किया है। उन्होंने शिक्षित, संगठित रहने की व्याख्या गीता से ही ली। पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने भी गीता से प्रेरणा पाकर अपने एकात्मक मानवतावाद में अन्तोदय का संदेश दिया।
राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि कुरुक्षेत्र की भूमि पर कौरवों और पांडवों के बीच जो धर्म युद्ध हुआ था; इसमें भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। जिसकी प्रासंगिकता आज भी है, स्वयं हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गीता के सिद्धांतों को अपनाकर निष्काम कर्म से समाज के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई। उन्होंने गोष्ठी में उपस्थित मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत सहित विभिन्न देशों के राजदूतों और मंत्रियों के साथ-साथ गोष्ठी में उपस्थित लोगों को इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बधाई देते हुए इस गीता के संदेश को दैनिक जीवन में उतारने की अपील भी की।

Monday, December 2, 2019

महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा:करुक्षेत्र में भी बुलंद हुई आवाज़

ब्रह्मसरोवर पर आयोजित हो रही गीता जयंती पर पहुंचे प्रदर्षनकारी
कुरुक्षेत्र: 2 दिसंबर 2019:(हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो):: 
हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाकर हत्या किए जाने की वीभत्स घटना व रांची में कानून की छात्रा के अपहरण व गैंगरेप की बर्बर घटना  के खिलाफ आज जन संघर्ष मंच हरियाणा के कार्यकर्ताओं ने रोष प्रदर्शन किया। आए दिन महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे यौन हिंसा, सामूहिक दुष्कर्म व हत्या जैसी घटनाओं के खिलाफ इस रोष प्रदर्शन की शुरूआत महाराणा प्रताप चौक से की गई व प्रदर्शन का नेतृत्व मंच जिला सचिव चंद्र रेखा ने किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम सरकारो व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए ब्रह्मसरोवर पर आयोजित हो रही गीता जयंती पर पहुंचे और वहां पर अपना रोष व्यक्त किया।जहां आम लोगों ने भी महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम पुलिस प्रशासन व सरकार के खिलाफ अपना विरोध व्यक्त किया।

मंच सचिव चंद्र रेखा ने कहा कि आज महिलाएं घर, सड़क, दफ्तर कहीं पर भी सुरक्षित नहीं है। छोटी बच्ची से लेकर वृद्धा महिलाएं बलात्कार की शिकार हो रही है। भारत महिलाओं के लिए दुनिया में सबसे असुरक्षित देश बन गया है। लेकिन देश की सरकार व पुलिस प्रशासन की नाकामी की वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद है। महिला सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे व खोखले नारों की असलियत आज यह है कि महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा मामलों में सजा दर बहुत कम है । मंत्री व नेताओं की मानसिकता अपराधियों को सजा दिलवाने व उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाहियां करने के बजाय पीड़िता को ही कसूरवार ठहराने की होती है। हैदराबाद मामले में पीड़िता के परिवार के पुलिस ने इधर से उधर चक्कर कटवाए, अपराधियों को तत्काल पकड़ने की कोशिश करने के बजाय अपनी नाकामी दिखाई है जो कि  घोर निंदनीय है ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए ।
मंच जिला उपप्रधान उषा ने कहा कि बलात्कार जैसी वीभत्स घटनाओं को सांप्रदायिक रंग दिया जाना अत्यंत शर्मनाक है। हैदराबाद की घटना हो या कठुआ गैंगरेप जिस तरह बलात्कार की घटनाओं को सांप्रदायिक रंग दिए जाने की कोशिशें की गई यह अपराधों के प्रति संवेदनहीनता पैदा करना है। हैदराबाद, रांची, बागपत, दिल्ली एनसीआर में घटने वाली कुछ घटनाएं ही मीडिया में आने से सामने आ रही है, लेकिन हर रोज गरीब, दलित, आदिवासी महिलाओं के खिलाफ बर्बर अत्याचार की घटनाएं घट रही है। जो रिपोर्ट भी नहीं हो पाती है। पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता व नाकामी का नतीजा है कि पैसे, राजनीति के बल पर अपराधियों को कोई डर नहीं है। निर्भया कांड के बाद भी महिलाओं पर हो रहे अपराधों में कोई कमी नहीं आई है। एक तरफ जहां न तो जस्टिस वर्मा कमेटी की सभी सिफारिशें मानी गई है, दूसरी तरफ निर्भया फंड के तहत जारी की राशियां भी इस्तेमाल नहीं की गई है।
केंद्र की मोदी सरकार 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे नारे तो दे रही है लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए कोई भी ठोस कदम उठाने में पूरी तरह आंखें मूंदे बैठी है। देश की जनता का पैसा सरकार विज्ञापनों के जरिए   वाहवाही करवाने में तो खर्च किया जा रहा है लेकिन महिलाओं की सुरक्षा के लिए मूलभूत आवश्यकताओं जैसे सड़कों पर रोशनी का प्रबंध, सीसीटीवी कैमरों, महिलाओं के लिये सुरक्षित पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर कोई खर्च नहीं किया जा रहा है। रेप पीड़िताएं न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होती है , लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जाती । 
मंच मांग करता है कि हैदराबाद में महिला डॉक्टर के हत्यारों को जल्द से जल्द कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, रांची की पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय  दिया जाए ।महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। बलात्कार-यौन हिंसा की घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देना बंद किया जाए। मंच आह्वान करता है कि महिलाओं पर बढ़ते अपराधों के खिलाफ जन आंदोलन तेज किया जाए ।
रोष प्रदर्शन में मंच राज्य प्रधान फूल सिंह, जिला प्रधान संसार चंद्र, कविता विद्रोही, शिल्पी, कोमल, मंदीप, राजिंदर कौर , सीमा, करनैल सिंह ,अमनदीप, करमजोत ,पूजा ,बलजीत, भारती ,संतोष आदि मौजूद रहे।

जारी कर्ता:

डॉ. लहना सिंह, प्रवक्ता जन संघर्ष मंच हरियाणा

हरियाणा के प्रत्येक थाने में 2-2 पीसीआर उपलब्ध करवाई जाएगी

जल्द ही खरीदे जायेंगे 400 से अधिक वाहन 
जरूरतमंद महिलाओं की सुरक्षा पर हरियाणा के गृहमंत्री श्री अनिल विज का बयान 

चंडीगढ़: 2 दिसम्बर 2019: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा के गृहमंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि जरूरतमंद महिलाओं एवं लोगों को शीघ्र सहायता पहुंचाने के लिए प्रदेश के प्रत्येक थाने में 2-2 पीसीआर उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके लिए जल्द ही 400 से अधिक वाहन खरीदे जाएंगे।

श्री विज ने कहा कि पूरे हरियाणा की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है ताकि राज्य में कोई भी आपराधिक तत्व कहीं पर भी को असामाजिक गतिविधि को अंजाम न दे सके। पुलिस को सांय के समय समुचित गश्त करने की हिदायत दी गई है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों तक शीघ्र सहायता पहुंचाने के लिए राज्य में जल्द ही डायल 100 सेवा शुरू होगी, इसके लिए जल्दी ही पुलिस विभाग की बैठक बुलाई जाएगी।
गृहमंत्री ने कहा कि विपक्ष द्वारा उठाए गए कैग मुद्दे पर पब्लिक अकाऊंट कमेटी जांच करेगी, जिसके बाद यदि कोई भी दोषी होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को संविधान एवं कानूनी प्रक्रिया की जानकारी होनी चाहिए, इसके लिए सभी आरोपों की गहन जांच के बाद ही उचित निर्णय लिया जाएगा।