Saturday, September 19, 2020

सड़क रोकने के प्रयास पर होगी सरकार की तीखी नज़र

 शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किये गए दिशा-निर्देश 

चण्डीगढ़: 19 सितम्बर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::

हरियाणा सरकार ने भारतीय किसान यूनियन और कुछ अन्य संगठनों द्वारा कल यानी 20 सितंबर, 2020 को 12 बजे से 3 बजे के बीच किए गए सडक़ रोकने के राज्यव्यापी आह्वान के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों को असुविधा न हो, इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

        एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस अधीक्षकों को आयोजकों से बात करके शांतिपूर्ण विरोध सुनिश्चित करने को कहा गया है।

        एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि आयोजकों को सलाह दी गई है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण व कानूनी तरीके से दर्ज कराएं और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्गों को रोकने से बचें ताकि यात्रियों या आमजन को असुविधा न हो ।

      उन्होंने बताया कि सभी कार्यकारी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे  जिलों में मौजूद रहें और अवकाश पर न जाएं। कार्यकारी मजिस्ट्रेट को उनके पुलिस समकक्षों के साथ ऐसे सभी स्थानों पर तैनात किया जाना चाहिए, जहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हो सकता है। इसके अलावा, नागरिकों के बीच विश्वास की भावना पैदा करने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ शनिवार यानी 19 सितंबर से राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों और महत्वपूर्ण सडक़ों की संयुक्त गश्त की जाए।

       उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ विनम्रता और धैर्य से पेश आया जाए। हालांकि, उन्हें कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए । उन्होंने बताया कि रविवार यानी 20 सितंबर को किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए गृह सचिव के नियंत्रण कक्ष (0172-2711925) पर संपर्क किया जा सकता है।

          प्रवक्ता ने बताया कि गृह विभाग द्वारा पुलिस महानिदेशक, सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस रेंज के सभी पुलिस महानिरीक्षकों, उपायुक्तों, जिला मजिस्ट्रेट, पंचकूला, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पुलिस आयुक्तों और सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।

Monday, September 14, 2020

हिन्दी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं

 मुख्यमंत्री ने हिन्दी के प्रयोग और इसके सम्मान बढ़ाने पर ज़ोर दिया  
चंडीगढ़:14 सितम्बर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हिन्दी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दिन हमें हिन्दी के प्रयोग और इसके सम्मान को बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए।
          हिन्दी दिवस के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी भाषा भावों की अभिव्यक्ति का साधन ही नहीं है, बल्कि यह हमारी मातृभूमि के समृद्ध विकास का स्मरण भी कराती है।
          मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1949 में संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में हिन्दी को देश की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर आज तक अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी व्यापक रूप में स्वीकार की जा रही है। इस दिशा में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयास अग्रणी रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में उनका सम्बोधन आज भी स्मरण किया जाता है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा इस मकसद का संकल्प भी लो 

हरियाणा में श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण पाबंदी

 पेहोवा और कुरुक्षेत्र में 17 सितंबर को नहीं लगेंगे मेले  
चंडीगढ़: 14 सितंबर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
कोरोना का असर धार्मिक आयोजनों पर अभी भी जारी है। सरकारें कोरोना की रोकथाम के लिए इन मेलों पर पाबंदी लगाने को मजबूर हैं। हरियाणा सरकार ने 17 सितंबर 2020 को अमावस्य पर लगने वाले मेलों पर पाबंदी लगा दी है। 
हरियाणा के कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर इस बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत 17 सितंबर 2020 को अमावस्या वाले दिन श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आमतौर पर पितृपक्ष के दौरान आने वाली अमावस्या को अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर श्रद्घालु एकत्रित होते हैं। इस बार यह अमावस्या 17 सितंबर 2020 को है। कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र प्रशासन ने अमावस्या के दिन तक उक्त दोनों तीर्थ स्थलों पर श्रद्घालुओं के एकत्रित होने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई है, इसलिए श्रद्घालुओं से अपील की गई है कि वे अपने व दूसरे लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कुरुक्षेत्र व पेहवा में एकत्रित न हों। 



Friday, August 21, 2020

हरियाणा सरकार में ई-ऑफिस का रुझान हुआ तेज़

 15 सितंबर, 2020 तक राज्य के सभी विभागों में ई-ऑफिस शुरु 
 मुख्यमंत्री ने आज 20 विभागों एवं 3 निगमों के साथ की वीडीयो कांफ्रेंस 
चण्डीगढ़: 21 अगस्त 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज 20 विभागों एवं 3 निगमों के साथ-साथ मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय एवं वित्त विभाग की फाईलों को ई-ऑफिस के माध्यम से चलाने का शुभारंभ किया, साथ ही 15 सितंबर, 2020 तक राज्य के सभी विभागों में ई-ऑफिस शुरु करने के निर्देश दिये।  
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ई-ऑफिस की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया से सभी सरकारी कार्य तेजी से व पारदर्शी ढंग से बाधा रहित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि सुशासन दिवस 25 दिसंबर, 2020 तक प्रदेश के सभी कार्यालयों में सभी फाइलों को ई-ऑफिस के माध्यम से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस की शुरुआत मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव कार्यालय एवं वित्त विभाग के कार्यलय से की गई है इसके साथ ही आज 20 वि भागों एवं 3 निगमों की फाइलों को ई-ऑफिस से शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी 1 सितंबर तक 20 अन्य विभागों में भी ई-ऑफिस अपनाया जायेगा। इसके अलावा 15 सितंबर तक सभी विभाग अपना काम ई-ऑफिस के माध्यम से शुरू कर देंगे।
        उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस की पहल से बहुत लाभ होने वाला है इससे न केवल कागज़ की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण भी सुधरेगा। उन्होंने कहा कि ई-ऑफिस से सभी आधिकारिक रिकॉर्ड एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने  अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी नई फाइलें को ई-ऑफिस के माध्यम से चलाया जाये तथा जितनी भी पुरानी फाइलें हैं उन्हें भी इससे जोड़ा जाये। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को निर्धारित अवधि में अपनी फाईलों को ई-आफिस से जोडऩे के निर्देश दिये।
        हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा ने मुख्यमंत्री द्वारा ई-आफिस शुभांरभ करने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि ई-आफिस हरियाणा के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि सुशासन दिवस के अवसर तक प्रदेश के सभी कार्यालयों में इसे कार्यान्वित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान ई-ऑफिस की शुरूआत और भी महत्वपूर्ण है क्योंकि फाईलों के आदान प्रदान से इस वायरस के फैलने का खतरा बना रहता हैै।
        श्रीमती अरोड़ा ने जानकारी दी की ई-ऑफिस से अब तक 42 विभागों की 18000 ई-फाइलें, 71000 से अधिक ई- रसीदें, 7200 उपयोगकर्ताओं द्वारा 3,80,000 बार आगे बढ़ाई गई हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि आज  मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्यसचिव कार्यलय एवं वित्त विभाग, नव एवं नवीकरणीय ऊर्जा, सामाजिक न्याय और अधिकारिता, शहर और अभियोजना विभाग, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, श्रम विभाग, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण, परिवहन (वाणिज्यिक विंग), परिवहन (नियामक विंग), अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण, रोजग़ार, हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (निगम), उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, विकास एवं पंचायत, ग्रामीण विकास, माध्यमिक शिक्षा, विज्ञान एवं तकनीक, आवास, हारट्रॉन और एचएसआईआईडीसी विभाग को ई आफिस से जोड़ा गया है जिससे प्रशासनिक कार्यों मे तेजी आयेगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
        शुभारंभ के अवसर पर वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव, श्री वी.उमाशंकर, सामान्य प्रशासन के प्रधान सचिव श्री विजयेन्द्र कुमार, कौशल विकास और औद्योगिक प्रशिक्षण एवं रोजगार विभाग के महानिदेशक, श्री राकेश गुप्ता शामिल हुए। इसके अलावा, वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं प्रधान सचिव भी जुड़े।
Saturday: 22nd August 2020 at 15:55:37 IST 2020

Friday, May 1, 2020

प्रवासी मज़दूरों की स्क्रीनिंग और चिकित्सा सुनश्चित की जाये

हरियाणा की मुख्य सचिव सुश्री केशनी आनन्द अरोड़ा ने की विशेष बैठक 
चंडीगढ़: 1 मई 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा ने संकट समन्वय बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित अधिकारियों को प्रवासी श्रमिकों को राज्य के भीतर और राज्य से बाहर जाने के लिए अनुमति देते समय उठाए जाने वाले विभिन्न उपायों के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए इन व्यक्तियों की स्क्रीनिंग और चिकित्सा जांच करना सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा, सब्जी मंडियों में उचित थर्मल स्कैनिंग और सोशल डिस्टेसिंग के मानदंड को बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी रखी जानी चाहिए। सार्वजनिक स्थानों पर पैरों को साफ रखने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। 
उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों के साथ लगती राज्य की सीमाओं को सील कर दिया गया है, इसलिए इन सीमाओं पर सख्त निगरानी की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई व्यक्ति उचित चिकित्सा जांच के बिना राज्य के भीतर या राज्य सेबाहर न जा सके। 
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गाँवों के सरपंचों, लम्बरदारों, ग्राम सचिवों से कहा जाए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति चाहे वह प्रवासी मजदूर, ट्रक चालक या तीर्थयात्री हो, पर कड़ी निगरानी रखें और उनकी पूरी तरह से जाँच की जानी चाहिए और घरों में या संस्थानों में क्वारंटीन होने चाहिएं। इसी प्रकार, शहरों में नगर निगम के मेयर को भी इस प्रकार निगरानी रखने के लिए कहा जाए। 
सभी उपायुक्तों को एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहिए जिसके तहत प्रत्येक जिले के अधिकारी प्रवासी मजदूरों की जानकारी तुरंत अन्य जिले के अधिकारियों के साथ सांझा करे, ताकि एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले ऐसे मजदूरों का मेडिकल परीक्षण सुनिश्चित किया जा सके। 
आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के विषय पर बात करते हुए, मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि दूध और सब्जियों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने उपायुक्तों से आग्रह किया कि वे कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए उनके द्वारा की गई बेस्ट प्रैक्टिस को एक-दूसरे के साथ साझा करें, ताकि सभी जिले एक दूसरे की मदद कर सकें।
उन्होंने सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिए कि जी.टी. रोड पर ऑटो स्पेयर पाट्र्स की दुकानें खुली हों। प्रमुख सैंपल क्लेक्शन केंद्रों पर प्रत्येक कोविड-19 सैंपल की रिपोर्ट की प्रगति की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं। संपर्क में आने वालेों की ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि केवल ट्रांसपोर्ट कार्यालय खुलने चाहिए न कि ट्रांसपोर्ट यूनियन के कार्यालय ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों की अनुपालना सुनिश्चित हो। खरीद में लोडिंग और अनलोडिंग से संबंधित सभी मुद्दों का समाधान प्राथमिकता आधार पर किया जाना चाहिए।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे प्रत्येक कोविड-19 रोगियों का मनोबल बढ़ाने के लिए मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को दीर्घकालिक योजना तैयार करने का निर्देश दिए। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोविड रोगियों सहित राज्य के अधिकतम लोग बेहतर ट्रैकिंग के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करें। उन्होंने ई-समीक्षा के संबंध में कहा कि कार्रवाई रिपोर्ट प्राथमिकता के आधार पर कोविड-19 वेबसाइट पर अपलोड की जाए। 
बैठक में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए चिकित्सा प्रबंधों के बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने बताया कि हरियाणा में प्रवेश करने वाले प्रत्येक चालक की जाँच सुनिश्चित करने के लिए, शुरुआती तौर पर  राज्य को जोडऩे वाले चार राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्रत्येक टोल प्लाजा पर विशेष चिकित्सा टीमों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। इन मेडिकल टीमों को प्रत्येक ट्रक चालक की गहन जांच करने के लिए निर्देश दिए गए हैं ताकि कोविड-19 संक्रमण श्रृंखला टूटना सुनिश्चित किया जा सके। टीमें दो शिफ्टों में काम करेगी। इसके अलावा, राष्ट्रीय राजमार्गों पर अनुमति मिलने उपरांत खुलने वाले ढाबों में भी चिकित्सा परीक्षण किया जाएगा। आपातकाल के मामलों में जहां किसी भी चालक को कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं, तब उसका सैंपल लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त, हेल्थ वर्कर्स, स्वच्छता कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों और आवश्यक सेवाओं में शामिल विभिन्न विभागों में कार्यरत अन्य कर्मचारियों की रैंडम सैंपलिंग की जा रही है। 
इसी प्रकार, पड़ोसी राज्यों और अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों की 100 प्रतिशत थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हरियाणा को रोग-प्रतिरक्षण (इम्युनाइज़ेशन) कार्यक्रम शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया है और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को मलेरिया अभियान चलाने के लिए कहा गया है।
इसी प्रकार, आयुष डॉक्टरों को वृद््धजनों सहित समाज के कमजोर वर्ग को कवर करने के लिए एक आउटरीच कार्यक्रम शुरू करने और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए आयुर्वेदिक दवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस, अखबार विक्रेताओं और स्वच्छता कर्मचारियों को भी यही सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
बैठक में  राजस्व और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन, कृषि और किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टी.वी.एस.एन. प्रसाद, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर राजपाल, आबकारी एवं कराधान विभाग के प्रधान सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, उद्योग और वाणिज्य विभाग के प्रधान सचिव श्री अपूर्व कुमार सिंह, श्रम विभाग के प्रधान सचिव श्री विनीत गर्ग और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Friday, April 24, 2020

हरियाणा:ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों की बेहतर कनेक्टिविटी पर ज़ोर

मुख्य सचिव सुश्री केशनी आनन्द अरोड़ा की अध्यक्षता में विशेष बैठक 
प्रधान मंत्री ग्राम सडक़ योजना के अंतर्गत हरियाणा राज्य स्तरीय स्थायी समिति की बैठक हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा की अध्यक्षता में हुई (हरियाणा स्क्रीन)
चंडीगढ़: 24 अप्रैल 2020: (पुष्पिंदर कौर//हरियाणा स्क्रीन)::
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनन्द अरोड़ा की अध्यक्षता में आयोजित राज्य स्तरीय स्थायी समिति की बैठक में आज प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों की बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से, प्रधान मंत्री ग्राम सडक़ योजना (बैच-1) के तहत वित्तीय वर्ष 2020-2021 के लिए 11 जिलों नामत: रोहतक, झज्जर, नूंह, दादरी, करनाल, जींद, सिरसा,  यमुनानगर, रेवाड़ी, गुरुग्राम और पंचकूला के लिए व्यापक उन्नयन समेकित प्राथमिकता सूची (सीयूसीपीएल) को मंजूरी दी गई।
        इसके अलावा, समिति ने 691 किलोमीटर की लंबाई वाली 391 करोड़ रुपये की लागत की 83 विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। उक्त अनुमोदित प्रस्ताव 8 जिलों के लिए हैं और यह प्रस्ताव अब राष्ट्रीय ग्रामीण अवसंरचना विकास एजेंसी को प्रस्तुत किया जाएगा।
        बैठक के दौरान, मु य सचिव को अवगत कराया गया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रधान मंत्री ग्राम सडक़ योजना-III पहले ही लॉन्च की जा चुकी है। मंत्रालय द्वारा 5 वर्षों के लिए 2500 किलोमीटर की लंबाई का सांकेतिक आवंटन भी किया गया है। हरियाणा को पहले बैच में यानी वित्तीय वर्ष 2019-20 से पहले 500 किलोमीटर के अनुमोदन प्राप्त करने के लिए अनुरोध किया गया, परंतु कोविड-19 के कारण यह हासिल नहीं किया जा सका।
        बैठक में बताया गया कि अब हरियाणा वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान 11 जिलों नामत: रोहतक, झज्जर, पंचकुला, दादरी, नूंह, करनाल, रेवाड़ी, जींद, सिरसा, गुरुग्राम, और यमुनानगर के लिए पहले बैच में लगभग 700 किलोमीटर की मंजूरी प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव रखेगा।
        बैठक में वन एवं वन्यजीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग की अतिरिक्त मु य सचिव श्रीमती धीरा खण्डेलवाल, लोक निर्माण और वास्तुकला विभाग के अतिरिक्त मु य सचिव श्री राजीव अरोड़ा, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव श्री अंकुर गुप्ता और वित्त विभाग के सचिव श्री सुनील शरण उपस्थित थे।
हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्रों में सडक़ों की बेहतर कनेक्टिविटी पर ज़ोर

Monday, March 30, 2020

भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाएं और स्थिति को नियंत्रण में रखें

सभी जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को निर्देश
चंडीगढ़: 30 मार्च 2020: (पुष्पिंदर कौर//हरियाणा स्क्रीन)::
हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के निदेशक श्री पी.सी. मीणा ने राज्य के सभी जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाएं और स्थिति को नियंत्रण में रखें ताकि लोगों में अफवाहें न फैले।
        श्री मीणा आज यहां चण्डीगढ़ से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
        उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं व कोविड-19 के बारे झूठे समाचारों व अफवाहों की सम्भावना बनी रहती है, लेकिन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी खबरों की पहचान की जाए और इनका समय पर खण्डन किया जाए ताकि लोगों में अफवाहें न फैलें। 
        उन्होंने कहा कि हाल ही में एक न्यूज चैनल द्वारा फरीदाबाद में कोविड-19 से हुई एक मौत की खबर चलाई जा रही थी। विभाग के अधिकारी द्वारा इस पर कड़ा संज्ञान लिया गया और इसकी तुरंत जांच की भी गई, तो पता चला कि खबर झूठी है तथा उसके बाद चैनल ने उसे हटा दिया। 
        श्री मीणा ने डीआईपीआरओ को ये भी निर्देश दिया कि पत्रकारों के छोटे समूहों को व्यवस्थित करें और उन्हें प्रवासियों मजदूरों के लिए बनाए गए शेल्टर होम्स तथा राज्य में स्थापित किए गए कोरोना हेल्प लाइन केन्द्रों का दौरा करवाएं और वहां की सफल खबरों को मीडिया पर प्रसारित करवाएं ताकि जनता को सही समाचार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि पत्रकारों को व्हाट्सएप पर प्रामाणिक और वास्तविक ब्रेकिंग न्यूज मिल रही हैं या नहीं। 
        उन्होंने कहा कि डीआईपीआरओ मुनादी की रिपोर्ट मुख्यालय को एक दिन छोड़ कर एक दिन की रिपोर्ट अवश्य दें। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारियों के पास कोविड-19 से संबंधित समाचारों बारे सभी जानकारियां और आंकड़े अंगुलियों पर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि डीआईपीआरओज़ को अति आवश्यक स्थिति में ही अवकाश लेने के लिए संबंधित उपायुक्त को सूचित करने के अलावा मुख्यालय को भी सूचित करना होगा।

Thursday, March 19, 2020

22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होगा जनता कर्फ्यू

प्रविष्टि तिथि: 19 MAR 2020 8:57PM by PIB Delhi
कोरोना के कहर का सामना करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का गुर-मंत्र  
नई दिल्ली: 19 मार्च 2020: (पीआईबी//हरियाणा स्क्रीन)::
मेरे प्रिय देशवासियों,
पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े गंभीर दौर से गुजर रहा है।
आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देशों या राज्यों तक ही सीमित रहता है।
लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है।
जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था, जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था, तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे,
जितने आज कोरोना से हैं।
पिछले दो महीने से हम निरंतर दुनिया भर से आ रहीं कोरोना वायरस से जुड़ी चिंताजनक खबरें देख रहे हैं,
सुन रहे हैं।
इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं।
लेकिन,
बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं,
सब कुछ ठीक है।
वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है।
इसलिए,
प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना,
सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।
साथियों,
आपसे मैंने जब भी,
जो भी मांगा है,
मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया है।
ये आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हमारे प्रयास सफल होते हैं।।
आज,
मैं आप सभी देशवासियों से, आपसे,
कुछ मांगने आया हूं।
मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए,
आपका आने वाला कुछ समय चाहिए।
साथियों,
अभी तक विज्ञान,
कोरोना महामारी से बचने के लिए,
कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है।
ऐसी स्थिति में चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है।
दुनिया के जिन देशों में कोरोना वायरस का प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है,
वहां अध्ययन में एक और बात सामने आई है।
इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है।
इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है।
भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है।
हालांकि कुछ देश ऐसे हैं जिन्होंने तेजी से फैसले लेकर,
अपने यहां के लोगों को ज्यादा से ज्यादा Isolate करके स्थिति को सँभाला है।
भारत जैसे
130 करोड़ की आबादी वाले देश के सामने, विकास के लिए प्रयत्नशील देश के सामने,
कोरोना का ये बढ़ता संकट सामान्य बात नहीं है।
आज जब
बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं,
तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा,
ये मानना गलत है।
इसलिए,
इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है।
पहला- संकल्प
और
दूसरा- संयम।
आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते,
अपने कर्तव्य का पालन करेंगे,
केंद्र सरकार,
राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे।
आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे।
साथियों,
इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ”।
ऐसी स्थिति में,
जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है,
तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है।
इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम।
और संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना,
घर से बाहर निकलने से बचना।
आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में,
ये बहुत ज्यादा आवश्यक है।
हमारा संकल्प और संयम, इस वैश्विक महामारी के प्रभावों को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
और इसलिए,
अगर आपको लगता है कि आप ठीक हैं,
आपको कुछ नहीं होगा,
आप ऐसे ही मार्केट में घूमते रहेंगे,
सड़कों पर जाते रहेंगे,
और कोरोना से बचे रहेंगे,
तो ये सोच सही नहीं है।
ऐसा करके आप अपने साथ और अपने परिवार के साथ अन्याय करेंगे।
इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक, 
जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें।
जितना संभव हो सके,
आप अपना काम,
चाहे बिजनेस से जुड़ा हो,
ऑफिस से जुड़ा हो,
अपने घर से ही करें।
जो सरकारी सेवाओं में हैं, अस्पताल से जुड़े हैं,
जन-प्रतिनिधि हैं, जो मीडिया कर्मी हैं,
इनकी सक्रियता तो आवश्यक है लेकिन समाज के बाकी सभी लोगों को,
खुद को बाकी समाज से Isolate कर लेना चाहिए।
मेरा एक और आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हों,
65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हों,
वो आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें।
आज की पीढ़ी इससे बहुत परिचित नहीं होगी,
लेकिन पुराने समय में जब युद्ध की स्थिति होती थी,
तो गाँव गाँव में
BlackOut किया जाता था। घरों के शीशों पर कागज़ लगाया जाता था, लाईट बंद कर दी जाती थी, लोग चौकी बनाकर पहरा देते थे |
ये कभी-कभी काफी लंबे समय तक चलता था। युद्ध ना भी हो तो भी बहुत सी जागरूक नगरपालिकाएं BlackOut की ड्रिल भी कराती थी।
साथियों,
मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं।
ये है जनता-कर्फ्यू।
जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए,
जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू।
इस रविवार,
यानि
22 मार्च को,
सुबह 7 बजे से रात
9 बजे तक, सभी देशवासियों को,
जनता-कर्फ्यू का पालन करना है।
इस दौरान हम न घरों से बाहर निकलेंगे, न सड़क पर जाएंगे, न मोहल्ले में कहीं जाएंगे।
सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही 22 मार्च को अपने घरों से बाहर निकलेंगे।
साथियों,
22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम,
देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा।
22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे।
मैं देश की सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह करूंगा कि वो
जनता-कर्फ्यू
का पालन कराने का नेतृत्व करें।
NCC,
NSS,
से जुड़े युवाओं,
देश के हर युवा,
सिविल सोसायटी,
हर प्रकार के संगठन,
इन सभी से भी अनुरोध करूंगा कि अभी से लेकर अगले दो दिन तक सभी को
जनता-कर्फ्यू
के बारे में जागरूक करें।
संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम
10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए।
साथियों,
ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए,
भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा।
ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है।
आपके इन प्रयासों के बीच, जनता-कर्फ्यू के दिन,
22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं।
साथियों,
पिछले
2 महीनों से लाखों लोग, अस्पतालों में,
एयरपोर्ट्स पर,
दिन रात काम में जुटे हुए हैं।
चाहे
डॉक्टर हों,
नर्स हों,
हॉस्पिटल का स्टाफ हो,
सफाई करने वाले भाई-बहन हों,
एयरलाइंस के कर्मचारी हों, सरकारी कर्मचारी हों, पुलिसकर्मी हों,
मीडिया कर्मी हों,
रेलवे-बस-ऑटो रिक्शा की सुविधा से जुड़े लोग हों,
होम डिलिवरी करने वाले लोग हों,
ये लोग,
अपनी परवाह न करते हुए,
दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं।
आज की परिस्थितियां देखें,
तो ये सेवाएं सामान्य नहीं कही जा सकती।
आज खुद इनके भी संक्रमित होने का पूरा खतरा है।
बावजूद इसके ये अपना कर्तव्य निभा रहे हैं,
दूसरों की सेवा कर रहे हैं।
ये राष्ट्र-रक्षक की तरह कोरोना महामारी और हमारे बीच में खड़े हैं।
देश इनका कृतज्ञ है।
मैं चाहता हूं कि
22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें।
रविवार को ठीक
5 बजे,
हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर,
बाल्कनी में,
खिड़कियों के
सामने खड़े होकर
5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें।
ताली बजाकर,
थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर,
हम इनका हौसला बढ़ाएं, सैल्यूट करें।
पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि
22 मार्च को
5 बजे,
सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं।
सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे।
साथियों,
संकट के इस समय में,
आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर,
हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है।
इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं,
उतना बचें।
आपको बहुत जरूरी लग रहा हो तो अपनी जान-पहचान वाले डॉक्टर,
आपके फैमिली डॉक्टर या अपनी रिश्तेदारी में जो डॉक्टर हों, उनसे फोन पर ही आवश्यक सलाह ले लें।
अगर आपने इलेक्टिव सर्जरी, जो बहुत आवश्यक न हो, ऐसी सर्जरी,
उसकी कोई डेट ले रखी है, तो मेरा आग्रह है कि इसे भी आगे बढ़वा दें,
एक महीना बाद की तारीख ले लें।
साथियों,
इस वैश्विक महामारी का अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव पड़ रहा है।
कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक
कोविड-19-Economic Response Task Force
के गठन का फैसला लिया है।
ये टास्क फोर्स सारे स्टेकहोल्डर्स से नियमित संपर्क में रहते हुए,
फीडबैक लेते हुए,
हर स्थिति का आकलन करते हुए निकट भविष्य में फैसले लेगी।
ये टास्क फोर्स,
ये भी सुनिश्चित करेगी कि, आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं,
उन पर प्रभावी रूप से अमल हो।
निश्चित तौर पर ये महामारी ने देश के मध्यम वर्ग,
निम्न मध्यम वर्ग और गरीब के आर्थिक हितों को भी गहरी क्षति पहुंचा रही है।
संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत,
उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप
जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें।
हो सकता है आने वाले कुछ दिनों में, ये लोग दफ्तर न आ पाएं, आपके घर न आ पाएं।
ऐसे में उनका वेतन न काटें, पूरी मानवीयता के साथ, संवेदनशीलता के साथ फैसला लें।
हमेशा याद रखिएगा,
उन्हें भी अपना परिवार चलाना है,
अपने परिवार को बीमारी से बचाना है।
मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध,
खाने-पीने का सामान, दवाइयां,
जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं।
इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि ज़रूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं।
आप सामान्य रूप से ही खरीदारी करें।
Panic Buying न करें।
साथियों,
पिछले दो महीनों में,
130 करोड़ भारतीयों ने,
देश के हर नागरिक ने,
देश के सामने आए इस संकट को अपना संकट माना है,
भारत के लिए,
समाज के लिए उससे जो बन पड़ा है,
उसने किया है।
मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का,
अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे।
हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है।
कई बार एक नागरिक के तौर पर हमारी अपेक्षाएं भी नहीं पूरी हो पातीं।
फिर भी, ये संकट इतना बड़ा है कि सारे देशवासियों को इन दिक्कतों के बीच,
दृढ़ संकल्प के साथ इन कठिनाइयों का मुकाबला करना ही होगा।
साथियों,
हमें अभी अपना सारा सामर्थ्य कोरोना से बचने में लगाना है।
आज देश में केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों,
स्थानीय निकाय हों,
पंचायतें हों, 
जन-प्रतिनिधि हों या फिर सिविल सोसायटी,
हर कोई अपने-अपने तरीके से इस वैश्विक महामारी से बचने में अपना योगदान दे रहा है।
आपको भी अपना पूरा योगदान देना है।
ये आवश्यक है कि वैश्विक महामारी के इस वातावरण में मानव जाति विजयी हो, भारत विजयी हो।
कुछ दिन में नवरात्रि का पर्व आ रहा है।
ये शक्ति उपासना का पर्व है।
भारत पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े, यही शुभकामना है।
बहुत-बहुत धन्यवाद !!!
*****
VRRK/AK  (रिलीज़ आईडी: 1607251) 
22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होगा जनता कर्फ्यू

Tuesday, March 17, 2020

कोरोना से निपटने को हरियाणा सरकार ने किये विशेष प्रबंध

गुरुग्राम में विशेष वार्ड की इंस्पेक्शन को पहुंचे मुख्यमत्री खटटर 
चंडीगढ़//नई दिल्ली: 17 मार्च 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::  
Centers for Disease Control and Prevention (CDC) से साभार 
कोरोना का आतंक जारी है। चेहरों पर मास्क और जेबों में सेनेटाईजर बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच कोरोना वायरस से मंगलवार को मुंबई में 64 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जो दुबई से लौटा था। इस वायरस से हुई मौत का देश में यह तीसरा मामला है। अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है, जिनमें 22 विदेशी हैं। 
इस संबंध में मिल रही खबरों के मुताबिक मंगलवार को गुरुग्राम में 29 वर्षीय एक महिला के भी कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इस महिला ने हाल ही में मलेशिया और इंडोनेशिया की यात्रा की थी। राज्य के स्वास्थ्य महानिदेशक सूरजभान कंबोज ने कहा कि हरियाणा में कोरोना वायरस का यह पहला मामला है, महिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। स्रार और समाज दोनों में ही कोरोना को लेकर सतर्कता भी बढ़ती जा रही है। 
कोरोना के मरीज़ों का पता लगाने का काम भी जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक संक्रमित पाये गये 126 लोगों के संपर्क में आए करीब 52 हजार लोगों की पहचान हो चुकी है। वे किस-किस से और कहां मिले इसका भी पता लगाया जा रहा है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस तरह कोरोना से बचाव का रक्षा घेरा लगातार मज़बूत किया जा रहा है। 
विदेशों  लोगों को लेकर भी नियमों में सख्ती जारी है। सरकार ने अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से आने वाले यात्रियों के भारत में प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार की तरफ से जारी अतिरिक्त यात्रा परामर्श के मुताबिक, इन देशों से कोई भी विमान भारत के लिए उड़ान नहीं भरेगा। यह निर्देश एक अस्थायी उपाय है, जो 31 मार्च तक लागू रहेगा। ऐसा करने से ही दुनिया भर के लिए खतरा बने कोरोना वायरस को भारत में आने से रोका जा  सकता है। 
इसी बीच हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में आमजन को बाजार से उचित मूल्यों पर दवाईयां, मास्क तथा सेनेटाईजर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये हैं।  प्रदेश में कोरोना वायरस के संदिग्धों की जानकारी के लिए दो हैल्पलाइन नंबर 8558893911 तथा 108 को चलाया जा रहा है। कोरोना वायरस के संदिग्ध की मोबाइल ट्रेकिंग के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जायेगी।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने आज चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से राज्य के मंडलायुक्तों, उपायुक्तों मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने जिलों में कोरोना की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों के साथ आपसी समन्वय स्थपित कर समुचित प्रबंध करें। लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स लगवाये जायें जिन से आम जन को  ‘क्या करें व क्या न करें’ व उचित ढंग से हाथ धोने की जानकारी दी जाये। इसके अलावा विज्ञापन, टेलीविजन, रेडियो एसएमएस के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाने, इस कार्य के लिए आपदा के समय कार्य करने वाले लोगों को भी इस कार्य में शामिल करने तथा आपातकालीन स्थिति को संभालने के लिए रिटायर्ड चिकित्सा अधिकारियों, पैरामैडिकल स्टाफ, रिटायर्ड आर्मी के अधिकारियों के साथ-साथ मेडिकल के विद्यार्थियों की भी सेवा ली जाये।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के साथ मिलकर सुनिश्चित करें कि आमजन को बाजार से दवाईयां, मास्क तथा सेनेटाईजर उचित मूल्यों पर उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी दी जाये तथा सभी विभागों के कार्यालयों, लघु सचिवालयों व अन्य ज्यादा आवाजाही वाले स्थानों पर सेनेटाइजर उपलब्ध करवायें ताकि बीमारियों की संभावना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के संदिग्धों को निगरानी हेतु अलग रखने के लिए उचित स्थानों की पहचान की जाये जहां उनके रहने, खाने, शौचालय एवं अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्र द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी उपमंडल एवं खंड स्तर के अधिकारियों को इस माध्यम से प्रशिक्षित करवायें ताकि खण्ड स्तर तक आमजन को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि उपायुक्त यह भी सुनिश्चित करें कि सभी जिलों के निजी एवं सरकारी अस्पतालों के अलावा मेडिकल कालेजों में आवश्यक सुविधाएं तैयार हो।
उन्होंने कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र की कम्पनियों को निर्देश दें कि उनकी कम्पनियों में विदेश सेे आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी सबसे पहले ऑनलाइन माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें, इसके अलावा यदि संभव हो सके तो कर्मचारियों को घर से कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाये।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों को सैनेटाइज करवाये तथा सेनेटाइजर व मास्क का प्रयोग किया जाये ताकि अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों, चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को इस से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित करें कि सभी जगह साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें।
उन्होने कहा कि सभी जिलों के मंडलायुक्त, उपायुक्त, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कोरोना वायरस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एक-दूसरे को उपलब्ध करवाएं। जिला अस्पतालों में जिन उपकरणों की आवश्यकता है उसे जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने सभी जिलों में कम से कम 100 आइसोलेशन-बैड तथा नई दिल्ली के साथ लगते गुरूग्राम में 500 से अधिक आइसोलेशन-बैड तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आगामी 31 मार्च, 2020 तक सभी सिनेमा हॉल, स्कूल (परीक्षाओं को छोडक़र), जिम, स्वीमिंग पुल, नाईट क्लब बंद रखने के निर्णय को सख्ती के लागू किया जाये। इसके अलावा, राज्य में किसी सामाजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल प्रतियोगिता व पारिवारिक कार्यक्रमों में 200 से अधिक संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध पर ध्यान दिया जाये।
बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री धनपत सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी के दास, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा के अलावा हरियाणा सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Monday, February 10, 2020

हरियाणवी रसोई बन रही है देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद

34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले की  विशेष झलक एक नज़र में 
चंडीगढ़10 फरवरी 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में इस बार हरियाणवी रसोई देशी-विदेशी पर्यटकों की पहली पसंद में शुमार होती जा रही है। देशी हो या विदेशी हर किसी को यहां का देशी घी का चूरमा इस कदर भा रहा है कि वह इसका स्वाद लेने के बाद इसे अपने साथ ले जाना भी नहीं भूलते।
हरियाणवी रसोई के स्टाल नंबर 34 को चलाने वाले कुरुक्षेत्र के हरिओम का कहना है कि हरियाणा  के पारम्परिक भोजन के स्वाद से देश दुनिया को रूबरू करवाया जाए। इसी को देखते हुए उन्होंने सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अपना स्टाल लगाया। यहां उनके स्टाल पर तमाम राजनैतिक व फिल्म जगत की हस्तियों ने दौरा किया और स्वाद चखा। लोगों की पसंद ने आगे बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया और अब वह पहली बार सूरजकुंड मेले में हरियाणवी रसोई का स्वाद लेकर हाजिर हो गए।
यहां उन्होंने यह ध्यान रखा कि हरियाणा के गांवों में जिस तरह से भोजन तैयार किया जाता है, उसमें कोई बदलाव न किया जाए। उन्होंने सबसे पहले देशी घी का चूरमा तैयार किया। होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर चुके हरिओम ने चूरमें को कई स्वाद में पेश किया तो लोगों ने और ज्यादा पसंद करना शुरू कर दिया। इसके अलावा बाजरे की खिचड़ी को भी उन्होंने मिट्टी के बर्तनों में पारंपरिक रूप में तैयार किया तो यह भी लोगों की पसंद बनता गया।
हरिओम बताते हैं कि पंजाबी खाने की तरह ही उन्होंने हरियाणवी खाने का एक तालमेल प्रस्तुत किया और हरियाणवी थाली के नाम से अपनी भरी-पूरी थाली स्वाद के दीवानों को भेंट की। इस थाली में बाजरे की रोटी, मक्खन, हरा साग, लहसुन की चटनी इसमें रखी गई। इसके साथ ही गुड़ की एक डली भी इसमें रखी गई ताकि खाने में स्वाद का जायका बढ़ाया जा सके। उन्होंने बताया कि आज हरियाणा के पारंपरिक भोजन को को  बढ़ावा देना होगा। उनका कहना है कि देशी ही नहीं बल्कि विदेशी भी उनके इस खाने को खाने के बाद स्वाद की तारीफ करते हैं और चूरमा तो वह अपने साथ भी पैक करवाकर भी ले जा रहे हैं।
हरियाणवी स्टाल में चटनी व मक्खन के साथ हरियाणवी वैज स्टफ परांठा, गुड़ का देशी घी का हलवा, हरियाणवी खीर, घी शक्कर, मीठी व नमकीन लस्सी, देसी घी का दलिया, हरियाणवी कढ़ी-चावल का जायका भी इस स्टाल पर मिलेगा।