Saturday, September 19, 2020

सड़क रोकने के प्रयास पर होगी सरकार की तीखी नज़र

 शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जारी किये गए दिशा-निर्देश 

चण्डीगढ़: 19 सितम्बर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::

हरियाणा सरकार ने भारतीय किसान यूनियन और कुछ अन्य संगठनों द्वारा कल यानी 20 सितंबर, 2020 को 12 बजे से 3 बजे के बीच किए गए सडक़ रोकने के राज्यव्यापी आह्वान के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों को असुविधा न हो, इसके लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

        एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि सभी उपायुक्तों, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों तथा पुलिस अधीक्षकों को आयोजकों से बात करके शांतिपूर्ण विरोध सुनिश्चित करने को कहा गया है।

        एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि आयोजकों को सलाह दी गई है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण व कानूनी तरीके से दर्ज कराएं और राष्ट्रीय तथा राज्य राजमार्गों को रोकने से बचें ताकि यात्रियों या आमजन को असुविधा न हो ।

      उन्होंने बताया कि सभी कार्यकारी मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे  जिलों में मौजूद रहें और अवकाश पर न जाएं। कार्यकारी मजिस्ट्रेट को उनके पुलिस समकक्षों के साथ ऐसे सभी स्थानों पर तैनात किया जाना चाहिए, जहां प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा हो सकता है। इसके अलावा, नागरिकों के बीच विश्वास की भावना पैदा करने के लिए कार्यकारी मजिस्ट्रेट द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ शनिवार यानी 19 सितंबर से राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों और महत्वपूर्ण सडक़ों की संयुक्त गश्त की जाए।

       उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के साथ विनम्रता और धैर्य से पेश आया जाए। हालांकि, उन्हें कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए । उन्होंने बताया कि रविवार यानी 20 सितंबर को किसी भी तरह की सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो इसके लिए गृह सचिव के नियंत्रण कक्ष (0172-2711925) पर संपर्क किया जा सकता है।

          प्रवक्ता ने बताया कि गृह विभाग द्वारा पुलिस महानिदेशक, सभी मंडल आयुक्तों, पुलिस रेंज के सभी पुलिस महानिरीक्षकों, उपायुक्तों, जिला मजिस्ट्रेट, पंचकूला, फरीदाबाद और गुरुग्राम के पुलिस आयुक्तों और सभी जिलों के एसएसपी व एसपी को इन निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है।

Monday, September 14, 2020

हिन्दी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं

 मुख्यमंत्री ने हिन्दी के प्रयोग और इसके सम्मान बढ़ाने पर ज़ोर दिया  
चंडीगढ़:14 सितम्बर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने हिन्दी दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दिन हमें हिन्दी के प्रयोग और इसके सम्मान को बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए।
          हिन्दी दिवस के अवसर पर आज यहां जारी एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि हिन्दी भाषा भावों की अभिव्यक्ति का साधन ही नहीं है, बल्कि यह हमारी मातृभूमि के समृद्ध विकास का स्मरण भी कराती है।
          मुख्यमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1949 में संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में हिन्दी को देश की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था। उन्होंने कहा कि तब से लेकर आज तक अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर भी हिन्दी व्यापक रूप में स्वीकार की जा रही है। इस दिशा में पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयास अग्रणी रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में उनका सम्बोधन आज भी स्मरण किया जाता है।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा इस मकसद का संकल्प भी लो 

हरियाणा में श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण पाबंदी

 पेहोवा और कुरुक्षेत्र में 17 सितंबर को नहीं लगेंगे मेले  
चंडीगढ़: 14 सितंबर 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
कोरोना का असर धार्मिक आयोजनों पर अभी भी जारी है। सरकारें कोरोना की रोकथाम के लिए इन मेलों पर पाबंदी लगाने को मजबूर हैं। हरियाणा सरकार ने 17 सितंबर 2020 को अमावस्य पर लगने वाले मेलों पर पाबंदी लगा दी है। 
हरियाणा के कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर इस बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत 17 सितंबर 2020 को अमावस्या वाले दिन श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आमतौर पर पितृपक्ष के दौरान आने वाली अमावस्या को अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर श्रद्घालु एकत्रित होते हैं। इस बार यह अमावस्या 17 सितंबर 2020 को है। कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र प्रशासन ने अमावस्या के दिन तक उक्त दोनों तीर्थ स्थलों पर श्रद्घालुओं के एकत्रित होने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई है, इसलिए श्रद्घालुओं से अपील की गई है कि वे अपने व दूसरे लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर कुरुक्षेत्र व पेहवा में एकत्रित न हों।