Wednesday, May 9, 2018

उद्देश्य हरियाणा को विश्वपटल पर पहचान देना-सुश्री कविता जैन

हरियाणा कला परिषद की समीक्षा बैठक में वेबसाईट भी लांच की 
चंडीगढ़: 9 मई 2018: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::
फाईल फोटो//फेसबुक 
हरियाणा की कला एवं संस्कृति मंत्री श्रीमती कविता जैन ने कहा कि राज्य सरकर का उद्देश्य हरियाणा की संस्कृति और कला को विश्वपटल पर पहचान देना है, ताकि भावी पीढ़ी को हरियाणा के इतिहास और कला संस्कृति से जुड़ाव हो सके।

यह बात श्रीमती कविता जैन ने आज यहां उनकी अध्यक्षता में हुई हरियाणा कला परिषद की समीक्षा बैठक के दौरान कही। बैठक में श्रीमती जैन ने हरियाणा कला परिषद की वेबसाइट भी लॉन्च की।

श्रीमती कविता जैन ने कहा कि हमारा देश संस्कृति और संस्कारों से जुड़ा हुआ देश है। इसलिए विकास के साथ-साथ संस्कृति और संस्कारों को भी निरंतर बढ़ाने की  आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सरकार की  यही मंशा है कि प्रदेश की संस्कृति को बढ़ावा मिले और भावी पीढ़ी इस संस्कृति को अपनाएं। उन्होंने कहा कि कला संस्कृति एक ऐसा माध्यम है जिससे समाज में किसी भी विषय पर जागरूकता लाने और समाज की सोच बदलने का कार्य प्रभावशाली तरीके से किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि हरियाणा की कला संस्कृति को लोक गीतों, कार्यक्रमों इत्यादि के माध्यम से प्रदेश के कोने-काने तक पहुंचाया जाए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से हरियाणा की खान-पान, कला व संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएं।
हरियाणा कला परिषद द्वारा उठाए गए मुद्दों पर कला एवं संस्कृति मंत्री ने अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि स्कूलों में कला अध्यापक लगाया जाए और स्कूली बच्चों को कला संस्कृति के बारे में पढ़ाया जाए ताकि बच्चों को हरियाणा के इतिहास  और कला संस्कृति का प्रगाढ़ अध्ययन हो सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ओपन थियेटर के विचार पर भी कार्य करना चाहिए, जिससे लोगों का कला संस्कृति के प्रति अधिक जुड़ाव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति हरियाणा की विलुप्त विधाओं को आज भी जीवंत रखने का कार्य कर रहे हैं उनके लिए कोई विशेष नीति बनाई जानी चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।
बैठक में श्रीमती जैन को बताया गया कि विभाग द्धारा ऑनलाइन पोर्टल तैयार कर लिया गया है और जल्द ही इसे पूर्ण रूप दे दिया जाएगा। इस पोर्टल पर प्रदेश के कलाकार अपना पंजीकरण करवा सकेंगे। पंजीकरण होने के बाद कलाकारों को दी जाने वाली राशि सीधे उनके खाते में पहुंचा दी जाएगी। जिससे कलाकारों को शोषण होने से बचेगा और सिस्टम में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती धीरा खंडेलवाल, सांस्कृतिक विभाग के संयुक्त निदेशक श्री सुधांशु गौतम, हरियाणा कला परिषद के उपाध्यक्ष, श्री सुदेश शर्मा और क्षेत्रीय निदेशक उपस्थित थे।