Monday, March 30, 2020

भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाएं और स्थिति को नियंत्रण में रखें

सभी जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को निर्देश
चंडीगढ़: 30 मार्च 2020: (पुष्पिंदर कौर//हरियाणा स्क्रीन)::
हरियाणा के सूचना, जनसंपर्क और भाषा विभाग के निदेशक श्री पी.सी. मीणा ने राज्य के सभी जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे भ्रामक खबरों पर अंकुश लगाएं और स्थिति को नियंत्रण में रखें ताकि लोगों में अफवाहें न फैले।
        श्री मीणा आज यहां चण्डीगढ़ से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
        उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं व कोविड-19 के बारे झूठे समाचारों व अफवाहों की सम्भावना बनी रहती है, लेकिन अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी खबरों की पहचान की जाए और इनका समय पर खण्डन किया जाए ताकि लोगों में अफवाहें न फैलें। 
        उन्होंने कहा कि हाल ही में एक न्यूज चैनल द्वारा फरीदाबाद में कोविड-19 से हुई एक मौत की खबर चलाई जा रही थी। विभाग के अधिकारी द्वारा इस पर कड़ा संज्ञान लिया गया और इसकी तुरंत जांच की भी गई, तो पता चला कि खबर झूठी है तथा उसके बाद चैनल ने उसे हटा दिया। 
        श्री मीणा ने डीआईपीआरओ को ये भी निर्देश दिया कि पत्रकारों के छोटे समूहों को व्यवस्थित करें और उन्हें प्रवासियों मजदूरों के लिए बनाए गए शेल्टर होम्स तथा राज्य में स्थापित किए गए कोरोना हेल्प लाइन केन्द्रों का दौरा करवाएं और वहां की सफल खबरों को मीडिया पर प्रसारित करवाएं ताकि जनता को सही समाचार उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि पत्रकारों को व्हाट्सएप पर प्रामाणिक और वास्तविक ब्रेकिंग न्यूज मिल रही हैं या नहीं। 
        उन्होंने कहा कि डीआईपीआरओ मुनादी की रिपोर्ट मुख्यालय को एक दिन छोड़ कर एक दिन की रिपोर्ट अवश्य दें। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारियों के पास कोविड-19 से संबंधित समाचारों बारे सभी जानकारियां और आंकड़े अंगुलियों पर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि डीआईपीआरओज़ को अति आवश्यक स्थिति में ही अवकाश लेने के लिए संबंधित उपायुक्त को सूचित करने के अलावा मुख्यालय को भी सूचित करना होगा।

Thursday, March 19, 2020

22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होगा जनता कर्फ्यू

प्रविष्टि तिथि: 19 MAR 2020 8:57PM by PIB Delhi
कोरोना के कहर का सामना करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का गुर-मंत्र  
नई दिल्ली: 19 मार्च 2020: (पीआईबी//हरियाणा स्क्रीन)::
मेरे प्रिय देशवासियों,
पूरा विश्व इस समय संकट के बहुत बड़े गंभीर दौर से गुजर रहा है।
आम तौर पर कभी जब कोई प्राकृतिक संकट आता है तो वो कुछ देशों या राज्यों तक ही सीमित रहता है।
लेकिन इस बार ये संकट ऐसा है, जिसने विश्व भर में पूरी मानवजाति को संकट में डाल दिया है।
जब प्रथम विश्व युद्ध हुआ था, जब द्वितीय विश्व युद्ध हुआ था, तब भी इतने देश युद्ध से प्रभावित नहीं हुए थे,
जितने आज कोरोना से हैं।
पिछले दो महीने से हम निरंतर दुनिया भर से आ रहीं कोरोना वायरस से जुड़ी चिंताजनक खबरें देख रहे हैं,
सुन रहे हैं।
इन दो महीनों में भारत के 130 करोड़ नागरिकों ने कोरोना वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है, आवश्यक सावधानियां बरती हैं।
लेकिन,
बीते कुछ दिनों से ऐसा भी लग रहा है जैसे हम संकट से बचे हुए हैं,
सब कुछ ठीक है।
वैश्विक महामारी कोरोना से निश्चिंत हो जाने की ये सोच सही नहीं है।
इसलिए,
प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना,
सतर्क रहना बहुत आवश्यक है।
साथियों,
आपसे मैंने जब भी,
जो भी मांगा है,
मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया है।
ये आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हमारे प्रयास सफल होते हैं।।
आज,
मैं आप सभी देशवासियों से, आपसे,
कुछ मांगने आया हूं।
मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए,
आपका आने वाला कुछ समय चाहिए।
साथियों,
अभी तक विज्ञान,
कोरोना महामारी से बचने के लिए,
कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है।
ऐसी स्थिति में चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है।
दुनिया के जिन देशों में कोरोना वायरस का प्रभाव ज्यादा देखा जा रहा है,
वहां अध्ययन में एक और बात सामने आई है।
इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है।
इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है।
भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है।
हालांकि कुछ देश ऐसे हैं जिन्होंने तेजी से फैसले लेकर,
अपने यहां के लोगों को ज्यादा से ज्यादा Isolate करके स्थिति को सँभाला है।
भारत जैसे
130 करोड़ की आबादी वाले देश के सामने, विकास के लिए प्रयत्नशील देश के सामने,
कोरोना का ये बढ़ता संकट सामान्य बात नहीं है।
आज जब
बड़े-बड़े और विकसित देशों में हम कोरोना महामारी का व्यापक प्रभाव देख रहे हैं,
तो भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा,
ये मानना गलत है।
इसलिए,
इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है।
पहला- संकल्प
और
दूसरा- संयम।
आज 130 करोड़ देशवासियों को अपना संकल्प और दृढ़ करना होगा कि हम इस वैश्विक महामारी को रोकने के लिए एक नागरिक के नाते,
अपने कर्तव्य का पालन करेंगे,
केंद्र सरकार,
राज्य सरकारों के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे।
आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे।
साथियों,
इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ”।
ऐसी स्थिति में,
जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है,
तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है।
इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम।
और संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना,
घर से बाहर निकलने से बचना।
आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में,
ये बहुत ज्यादा आवश्यक है।
हमारा संकल्प और संयम, इस वैश्विक महामारी के प्रभावों को कम करने में बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।
और इसलिए,
अगर आपको लगता है कि आप ठीक हैं,
आपको कुछ नहीं होगा,
आप ऐसे ही मार्केट में घूमते रहेंगे,
सड़कों पर जाते रहेंगे,
और कोरोना से बचे रहेंगे,
तो ये सोच सही नहीं है।
ऐसा करके आप अपने साथ और अपने परिवार के साथ अन्याय करेंगे।
इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक, 
जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें।
जितना संभव हो सके,
आप अपना काम,
चाहे बिजनेस से जुड़ा हो,
ऑफिस से जुड़ा हो,
अपने घर से ही करें।
जो सरकारी सेवाओं में हैं, अस्पताल से जुड़े हैं,
जन-प्रतिनिधि हैं, जो मीडिया कर्मी हैं,
इनकी सक्रियता तो आवश्यक है लेकिन समाज के बाकी सभी लोगों को,
खुद को बाकी समाज से Isolate कर लेना चाहिए।
मेरा एक और आग्रह है कि हमारे परिवार में जो भी सीनियर सिटिजन्स हों,
65 वर्ष की आयु के ऊपर के व्यक्ति हों,
वो आने वाले कुछ सप्ताह तक घर से बाहर न निकलें।
आज की पीढ़ी इससे बहुत परिचित नहीं होगी,
लेकिन पुराने समय में जब युद्ध की स्थिति होती थी,
तो गाँव गाँव में
BlackOut किया जाता था। घरों के शीशों पर कागज़ लगाया जाता था, लाईट बंद कर दी जाती थी, लोग चौकी बनाकर पहरा देते थे |
ये कभी-कभी काफी लंबे समय तक चलता था। युद्ध ना भी हो तो भी बहुत सी जागरूक नगरपालिकाएं BlackOut की ड्रिल भी कराती थी।
साथियों,
मैं आज प्रत्येक देशवासी से एक और समर्थन मांग रहा हूं।
ये है जनता-कर्फ्यू।
जनता कर्फ्यू यानि जनता के लिए,
जनता द्वारा खुद पर लगाया गया कर्फ्यू।
इस रविवार,
यानि
22 मार्च को,
सुबह 7 बजे से रात
9 बजे तक, सभी देशवासियों को,
जनता-कर्फ्यू का पालन करना है।
इस दौरान हम न घरों से बाहर निकलेंगे, न सड़क पर जाएंगे, न मोहल्ले में कहीं जाएंगे।
सिर्फ आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही 22 मार्च को अपने घरों से बाहर निकलेंगे।
साथियों,
22 मार्च को हमारा ये प्रयास, हमारे आत्म-संयम,
देशहित में कर्तव्य पालन के संकल्प का एक प्रतीक होगा।
22 मार्च को जनता-कर्फ्यू की सफलता, इसके अनुभव, हमें आने वाली चुनौतियों के लिए भी तैयार करेंगे।
मैं देश की सभी राज्य सरकारों से भी आग्रह करूंगा कि वो
जनता-कर्फ्यू
का पालन कराने का नेतृत्व करें।
NCC,
NSS,
से जुड़े युवाओं,
देश के हर युवा,
सिविल सोसायटी,
हर प्रकार के संगठन,
इन सभी से भी अनुरोध करूंगा कि अभी से लेकर अगले दो दिन तक सभी को
जनता-कर्फ्यू
के बारे में जागरूक करें।
संभव हो तो हर व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम
10 लोगों को फोन करके कोरोना वायरस से बचाव के उपायों के साथ ही जनता-कर्फ्यू के बारे में भी बताए।
साथियों,
ये जनता कर्फ्यू एक प्रकार से हमारे लिए,
भारत के लिए एक कसौटी की तरह होगा।
ये कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए भारत कितना तैयार है, ये देखने और परखने का भी समय है।
आपके इन प्रयासों के बीच, जनता-कर्फ्यू के दिन,
22 मार्च को मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं।
साथियों,
पिछले
2 महीनों से लाखों लोग, अस्पतालों में,
एयरपोर्ट्स पर,
दिन रात काम में जुटे हुए हैं।
चाहे
डॉक्टर हों,
नर्स हों,
हॉस्पिटल का स्टाफ हो,
सफाई करने वाले भाई-बहन हों,
एयरलाइंस के कर्मचारी हों, सरकारी कर्मचारी हों, पुलिसकर्मी हों,
मीडिया कर्मी हों,
रेलवे-बस-ऑटो रिक्शा की सुविधा से जुड़े लोग हों,
होम डिलिवरी करने वाले लोग हों,
ये लोग,
अपनी परवाह न करते हुए,
दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं।
आज की परिस्थितियां देखें,
तो ये सेवाएं सामान्य नहीं कही जा सकती।
आज खुद इनके भी संक्रमित होने का पूरा खतरा है।
बावजूद इसके ये अपना कर्तव्य निभा रहे हैं,
दूसरों की सेवा कर रहे हैं।
ये राष्ट्र-रक्षक की तरह कोरोना महामारी और हमारे बीच में खड़े हैं।
देश इनका कृतज्ञ है।
मैं चाहता हूं कि
22 मार्च, रविवार के दिन हम ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें।
रविवार को ठीक
5 बजे,
हम अपने घर के दरवाजे पर खड़े होकर,
बाल्कनी में,
खिड़कियों के
सामने खड़े होकर
5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें।
ताली बजाकर,
थाली बजाकर या फिर घंटी बजाकर,
हम इनका हौसला बढ़ाएं, सैल्यूट करें।
पूरे देश के स्थानीय प्रशासन से भी मेरा आग्रह है कि
22 मार्च को
5 बजे,
सायरन की आवाज से इसकी सूचना लोगों तक पहुंचाएं।
सेवा परमो धर्म के हमारे संस्कारों को मानने वाले ऐसे देशवासियों के लिए हमें पूरी श्रद्धा के साथ अपने भाव व्यक्त करने होंगे।
साथियों,
संकट के इस समय में,
आपको ये भी ध्यान रखना है कि हमारी आवश्यक सेवाओं पर,
हमारे हॉस्पिटलों पर दबाव भी निरंतर बढ़ रहा है।
इसलिए मेरा आपसे आग्रह ये भी है कि रूटीन चेक-अप के लिए अस्पताल जाने से जितना बच सकते हैं,
उतना बचें।
आपको बहुत जरूरी लग रहा हो तो अपनी जान-पहचान वाले डॉक्टर,
आपके फैमिली डॉक्टर या अपनी रिश्तेदारी में जो डॉक्टर हों, उनसे फोन पर ही आवश्यक सलाह ले लें।
अगर आपने इलेक्टिव सर्जरी, जो बहुत आवश्यक न हो, ऐसी सर्जरी,
उसकी कोई डेट ले रखी है, तो मेरा आग्रह है कि इसे भी आगे बढ़वा दें,
एक महीना बाद की तारीख ले लें।
साथियों,
इस वैश्विक महामारी का अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव पड़ रहा है।
कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक
कोविड-19-Economic Response Task Force
के गठन का फैसला लिया है।
ये टास्क फोर्स सारे स्टेकहोल्डर्स से नियमित संपर्क में रहते हुए,
फीडबैक लेते हुए,
हर स्थिति का आकलन करते हुए निकट भविष्य में फैसले लेगी।
ये टास्क फोर्स,
ये भी सुनिश्चित करेगी कि, आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं,
उन पर प्रभावी रूप से अमल हो।
निश्चित तौर पर ये महामारी ने देश के मध्यम वर्ग,
निम्न मध्यम वर्ग और गरीब के आर्थिक हितों को भी गहरी क्षति पहुंचा रही है।
संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत,
उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप
जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें।
हो सकता है आने वाले कुछ दिनों में, ये लोग दफ्तर न आ पाएं, आपके घर न आ पाएं।
ऐसे में उनका वेतन न काटें, पूरी मानवीयता के साथ, संवेदनशीलता के साथ फैसला लें।
हमेशा याद रखिएगा,
उन्हें भी अपना परिवार चलाना है,
अपने परिवार को बीमारी से बचाना है।
मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध,
खाने-पीने का सामान, दवाइयां,
जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं।
इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि ज़रूरी सामान संग्रह करने की होड़ न लगाएं।
आप सामान्य रूप से ही खरीदारी करें।
Panic Buying न करें।
साथियों,
पिछले दो महीनों में,
130 करोड़ भारतीयों ने,
देश के हर नागरिक ने,
देश के सामने आए इस संकट को अपना संकट माना है,
भारत के लिए,
समाज के लिए उससे जो बन पड़ा है,
उसने किया है।
मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का,
अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे।
हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है।
कई बार एक नागरिक के तौर पर हमारी अपेक्षाएं भी नहीं पूरी हो पातीं।
फिर भी, ये संकट इतना बड़ा है कि सारे देशवासियों को इन दिक्कतों के बीच,
दृढ़ संकल्प के साथ इन कठिनाइयों का मुकाबला करना ही होगा।
साथियों,
हमें अभी अपना सारा सामर्थ्य कोरोना से बचने में लगाना है।
आज देश में केंद्र सरकार हो, राज्य सरकारें हों,
स्थानीय निकाय हों,
पंचायतें हों, 
जन-प्रतिनिधि हों या फिर सिविल सोसायटी,
हर कोई अपने-अपने तरीके से इस वैश्विक महामारी से बचने में अपना योगदान दे रहा है।
आपको भी अपना पूरा योगदान देना है।
ये आवश्यक है कि वैश्विक महामारी के इस वातावरण में मानव जाति विजयी हो, भारत विजयी हो।
कुछ दिन में नवरात्रि का पर्व आ रहा है।
ये शक्ति उपासना का पर्व है।
भारत पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े, यही शुभकामना है।
बहुत-बहुत धन्यवाद !!!
*****
VRRK/AK  (रिलीज़ आईडी: 1607251) 
22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक होगा जनता कर्फ्यू

Tuesday, March 17, 2020

कोरोना से निपटने को हरियाणा सरकार ने किये विशेष प्रबंध

गुरुग्राम में विशेष वार्ड की इंस्पेक्शन को पहुंचे मुख्यमत्री खटटर 
चंडीगढ़//नई दिल्ली: 17 मार्च 2020: (हरियाणा स्क्रीन ब्यूरो)::  
Centers for Disease Control and Prevention (CDC) से साभार 
कोरोना का आतंक जारी है। चेहरों पर मास्क और जेबों में सेनेटाईजर बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच कोरोना वायरस से मंगलवार को मुंबई में 64 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई, जो दुबई से लौटा था। इस वायरस से हुई मौत का देश में यह तीसरा मामला है। अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है, जिनमें 22 विदेशी हैं। 
इस संबंध में मिल रही खबरों के मुताबिक मंगलवार को गुरुग्राम में 29 वर्षीय एक महिला के भी कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इस महिला ने हाल ही में मलेशिया और इंडोनेशिया की यात्रा की थी। राज्य के स्वास्थ्य महानिदेशक सूरजभान कंबोज ने कहा कि हरियाणा में कोरोना वायरस का यह पहला मामला है, महिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। स्रार और समाज दोनों में ही कोरोना को लेकर सतर्कता भी बढ़ती जा रही है। 
कोरोना के मरीज़ों का पता लगाने का काम भी जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक संक्रमित पाये गये 126 लोगों के संपर्क में आए करीब 52 हजार लोगों की पहचान हो चुकी है। वे किस-किस से और कहां मिले इसका भी पता लगाया जा रहा है और उन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस तरह कोरोना से बचाव का रक्षा घेरा लगातार मज़बूत किया जा रहा है। 
विदेशों  लोगों को लेकर भी नियमों में सख्ती जारी है। सरकार ने अफगानिस्तान, फिलीपीन और मलेशिया से आने वाले यात्रियों के भारत में प्रवेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। सरकार की तरफ से जारी अतिरिक्त यात्रा परामर्श के मुताबिक, इन देशों से कोई भी विमान भारत के लिए उड़ान नहीं भरेगा। यह निर्देश एक अस्थायी उपाय है, जो 31 मार्च तक लागू रहेगा। ऐसा करने से ही दुनिया भर के लिए खतरा बने कोरोना वायरस को भारत में आने से रोका जा  सकता है। 
इसी बीच हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के दृष्टिगत प्रदेश में आमजन को बाजार से उचित मूल्यों पर दवाईयां, मास्क तथा सेनेटाईजर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये हैं।  प्रदेश में कोरोना वायरस के संदिग्धों की जानकारी के लिए दो हैल्पलाइन नंबर 8558893911 तथा 108 को चलाया जा रहा है। कोरोना वायरस के संदिग्ध की मोबाइल ट्रेकिंग के माध्यम से उसकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जायेगी।
हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती केशनी आनंद अरोड़ा ने आज चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से राज्य के मंडलायुक्तों, उपायुक्तों मुख्य स्वास्थ्य अधिकारियों तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिये।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने जिलों में कोरोना की रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों के साथ आपसी समन्वय स्थपित कर समुचित प्रबंध करें। लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग्स लगवाये जायें जिन से आम जन को  ‘क्या करें व क्या न करें’ व उचित ढंग से हाथ धोने की जानकारी दी जाये। इसके अलावा विज्ञापन, टेलीविजन, रेडियो एसएमएस के माध्यम से भी जागरूकता अभियान चलाने, इस कार्य के लिए आपदा के समय कार्य करने वाले लोगों को भी इस कार्य में शामिल करने तथा आपातकालीन स्थिति को संभालने के लिए रिटायर्ड चिकित्सा अधिकारियों, पैरामैडिकल स्टाफ, रिटायर्ड आर्मी के अधिकारियों के साथ-साथ मेडिकल के विद्यार्थियों की भी सेवा ली जाये।
उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के साथ मिलकर सुनिश्चित करें कि आमजन को बाजार से दवाईयां, मास्क तथा सेनेटाईजर उचित मूल्यों पर उपलब्ध हों। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में अधिकारियों एवं कर्मचारियों को भी कोरोना वायरस के संबंध में जानकारी दी जाये तथा सभी विभागों के कार्यालयों, लघु सचिवालयों व अन्य ज्यादा आवाजाही वाले स्थानों पर सेनेटाइजर उपलब्ध करवायें ताकि बीमारियों की संभावना से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के संदिग्धों को निगरानी हेतु अलग रखने के लिए उचित स्थानों की पहचान की जाये जहां उनके रहने, खाने, शौचालय एवं अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्र द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे सभी उपमंडल एवं खंड स्तर के अधिकारियों को इस माध्यम से प्रशिक्षित करवायें ताकि खण्ड स्तर तक आमजन को जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि उपायुक्त यह भी सुनिश्चित करें कि सभी जिलों के निजी एवं सरकारी अस्पतालों के अलावा मेडिकल कालेजों में आवश्यक सुविधाएं तैयार हो।
उन्होंने कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र की कम्पनियों को निर्देश दें कि उनकी कम्पनियों में विदेश सेे आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी सबसे पहले ऑनलाइन माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दें, इसके अलावा यदि संभव हो सके तो कर्मचारियों को घर से कार्य करने की अनुमति प्रदान की जाये।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों को सैनेटाइज करवाये तथा सेनेटाइजर व मास्क का प्रयोग किया जाये ताकि अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों, चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को इस से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित करें कि सभी जगह साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें।
उन्होने कहा कि सभी जिलों के मंडलायुक्त, उपायुक्त, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कोरोना वायरस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी एक-दूसरे को उपलब्ध करवाएं। जिला अस्पतालों में जिन उपकरणों की आवश्यकता है उसे जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने सभी जिलों में कम से कम 100 आइसोलेशन-बैड तथा नई दिल्ली के साथ लगते गुरूग्राम में 500 से अधिक आइसोलेशन-बैड तैयार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आगामी 31 मार्च, 2020 तक सभी सिनेमा हॉल, स्कूल (परीक्षाओं को छोडक़र), जिम, स्वीमिंग पुल, नाईट क्लब बंद रखने के निर्णय को सख्ती के लागू किया जाये। इसके अलावा, राज्य में किसी सामाजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, खेल प्रतियोगिता व पारिवारिक कार्यक्रमों में 200 से अधिक संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध पर ध्यान दिया जाये।
बैठक में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री धनपत सिंह, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पी के दास, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आलोक निगम, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा के अलावा हरियाणा सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।